नीतीश कुमार का पीएम मोदी के प्रति सम्मान का प्रदर्शन: दरभंगा कार्यक्रम में अद्वितीय क्षण
नव॰, 15 2024दरभंगा कार्यक्रम का ऐतिहासिक क्षण
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति सम्मान दिखाने का यह अद्वितीय प्रयास था, जिसने 13 नवंबर 2024 को दरभंगा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हर किसी का ध्यान खींचा। मुख्यमंत्री ने इस वर्ष तीसरी बार मोदी के पैर छूने की कोशिश की। यह घटना एक विशेष आयोजन के दौरान हुई, जहां प्रधानमंत्री ने बिहार में दूसरे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का शिलान्यास किया और 12,100 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
जब नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के पास आए, तो उन्होंने झुके हाथ जोड़कर मोदी के पैरों तक पहुँचना चाहा, लेकिन मोदी ने उन्हें तुरंत रोका और हाथ मिलाकर सलामी का आदान-प्रदान किया। इस प्रकार की घटना इससे पहले भी अप्रैल और जून महीने में एक लोकसभा चुनाव रैली और संसद के सेंट्रल हॉल में हो चुकी है।
शुभकामनाओं का आदान-प्रदान
दरभंगा के मंच से प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के विकास में नीतीश कुमार की भूमिका की सराहना की और 'जंगल राज' दौर से राज्य को उबारने के उनके प्रयासों की प्रशंसा की। मोदी ने राज्य में राजग सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए सुधारों का जिक्र किया और पिछले शासनकालों को, विशेषकर कांग्रेस-राजद गठजोड़ की सरकार को, झूठे वादों के लिए आड़े हाथों लिया।
मोदी ने कहा, "नीतीश कुमार ने सुशासन के एक मॉडल की स्थापना की है, और राज्य को जंगल राज के दौर से बाहर लाने में बड़ी उपलब्धि हासिल की है।" उन्होंने यह भी कहा कि राज्य एनडीए की डबल इंजन सरकार के तहत तेजी से, चारों ओर प्रगति कर रहा है।
समारोह में चर्चाएँ और घोषणाएँ
इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और नित्यानंद राय, और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी शामिल थे। इस मौके पर मोदी ने कोसी-मिथिला क्षेत्र में बाढ़ की समस्याओं पर भी चर्चा की और 11,000 करोड़ रुपये की एक बाढ़ नियंत्रण परियोजना की चर्चा की ताकि इस समस्या का हल निकाला जा सके।
मोदी के साथ मंच पर प्रशासन और स्वास्थ्य क्षेत्र के उच्चतम स्तर के विकास की बात हुई। उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार वास्तव में प्रशासन और स्वास्थ्य के प्रक्रियाओं में बेहतरी के रास्ते पर है।
नेताओं के निवेदन और भविष्य की योजनाएँ
यह कार्यक्रम ना केवल एक राजनीतिक समारोह था, बल्कि यह उन सभी बड़ी योजनाओं की भी शुरुवात थी, जो बिहार को भविष्य में एक सशक्त और प्रगतिशील राज्य बनाने के लिए चाहिए। इस समारोह में उपस्थित उच्च पदस्थ नेताओं ने राज्य के समग्र विकास के लिए नए माध्यमों और साधनों की खोज करने की बात कही। उन्होंने सामूहिक प्रयासों से आशा जताई कि बिहार न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में बल्कि आर्थिक और शैक्षणिक स्तर पर भी अग्रणी राज्य बनेगा।
इस समारोह और घटनाओं ने यह उद्घाटित किया कि बिहार में आने वाले समय में विकास की नई कहानियाँ लिखी जाएंगी, और जिसमें नीतीश कुमार के नेतृत्व का भी महत्वपूर्ण स्थान रहेगा।