पेरिस ओलंपिक 2024: अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज फाइनल में बनाई जगह
अग॰, 6 2024अविनाश साबले का उत्कृष्ठ प्रदर्शन पेरिस ओलंपिक 2024 में
भारत के धावक अविनाश साबले ने पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज दौड़ के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। साबले न केवल अपनी तीव्र गति बल्कि अपनी उत्कृष्ठ तकनीक के कारण भी जाने जाते हैं। उन्होंने सोमवार को हुए हीट में 8:15.43 मिनट का समय निकालकर पांचवां स्थान प्राप्त किया।
इस हीट में शुरुआत से ही उनका प्रदर्शन शानदार रहा। रेस के आरंभ में ही उन्होंने दौड़ का नेतृत्व किया था। हालांकि, रेस के दौरान दो लैप्स रहते हुए उन्हें चौथे स्थान पर आना पड़ा। अंततः उन्होंने पांचवें स्थान पर अपनी स्थिति को स्थिर किया और अमेरिका के मैथ्यू विल्किंसन को पीछे छोड़ दिया जिन्होंने 8:16.82 का समय निकाला।
फाइनल में, अविनाश साबले का सामना मोरोक्को के मोहम्मद तिनदौफ्ट, इथियोपिया के सैमुएल फिरेवू, केन्या के अब्राहम किबिवोट और जापान के र्युजी मियुरा से होगा। यह सभी धावक भी अपनी हीट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके फाइनल में पहुंचे हैं।
भारत के लिए गौरव का क्षण
अविनाश साबले की यह उपलब्धि भारतीय एथलेटिक्स के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके फाइनल में पहुंचने से न केवल उनकी व्यक्तिगत मेहनत और संकल्पितता की सराहना होती है, बल्कि यह भारतीय खेल प्रेमियों के लिए भी उत्साहजनक है। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने एथलेटिक्स में बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया है और साबले का यह कदम इस दिशा में एक और मील का पत्थर है।
फाइनल रेस गुरुवार को भारतीय समय अनुसार 1:13 AM पर आयोजित होगी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर पूरा देश उनके साथ खड़ा रहेगा और उनकी जीत की कामना करेगा। अविनाश दिलों को छू लेने वाली रेस और Indian sports का मान-सम्मान बढ़ाने की दिशा में एक दृढ़ कदम उठा रहे हैं।
अविनाश साबले का करियर
अविनाश साबले ने अपने करियर में कई सफलताएं प्राप्त की हैं। भारतीय सेना से आते हुए, उनकी मेहनत, अनुशासन और संकल्प ने उन्हें इस जगह पर पहुंचाया है। यह सफर उनके लिए आसान नहीं रहा। कई बार उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने लक्ष्यों की दिशा में बढ़ते रहे।
उनके पहले के रिकॉर्ड और उपलब्धियों को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि अविनाश साबले के पास फाइनल में जीतने की अच्छी संभावना है। भारतीय धावक के रूप में, वह न केवल अपनी, बल्कि अपने देश की प्रतिष्ठा और खेल की भावना को भी ऊँचाईयों पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
आने वाले समय की चुनौतियां
हालांकि, फाइनल में प्रतिस्पर्धा अत्यधिक कठिन होगी। मोरोक्को, इथियोपिया, केन्या और जापान जैसे प्रतिस्पर्धी देशों के धावक अत्यंत प्रतिभाशाली और अनुभवी हैं। लेकिन अविनाश साबले की तैयारी और उनकी जीत की इच्छा उन्हें इस चुनौती का सामना करने का बल देगी।
पूरा भारत और दुनियाभर के खेल प्रेमी इस रोमांचक मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अविनाश का पेरिस ओलंपिक 2024 में प्रदर्शन सफलता की नई ऊर्जाओं को जन्म देगा। यह भारतीय खेल समुदाय के लिए एक बड़ा अवसर है और हमें उम्मीद है कि अविनाश इस मौके का पूरा लाभ उठाकर देश का नाम रोशन करेंगे।