ज़ीका वायरस: गर्भवती महिलाओं के 41 नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार, पीएमसी सोमवार को अस्पतालों के साथ बैठक करेगी

ज़ीका वायरस: गर्भवती महिलाओं के 41 नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार, पीएमसी सोमवार को अस्पतालों के साथ बैठक करेगी जुल॰, 5 2024

ज़ीका वायरस: पुणे में स्वास्थ्य निगरानी का विस्तार

पुणे नगर निगम (PMC) ने जिका वायरस संक्रमण के संभावित प्रसार पर निगरानी कड़ी कर दी है। PMC फिलहाल उन 41 नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जो गर्भवती महिलाओं से एकत्र किए गए थे, जिन क्षेत्रों में जिका वायरस के मामले पाए गए थे। ये नमूने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेजे गए हैं। अब तक, दो गर्भवती महिलाओं में जिका वायरस की पुष्टि हो चुकी है और वे बिना लक्षणों वाली हैं, जबकि जन स्वास्थ्य अधिकारियों ने कुल छह मामलों की पुष्टि की है।

स्वास्थ्य निगरानी के कदम

PMC ने करवे नगर, वारजे, हड़पसर और मुंढवा क्षेत्र के 10 से 12 बड़े अस्पतालों में निगरानी गतिविधियों का आयोजन किया है। इन क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों की जांच की गई है। आगामी सोमवार को PMC ने प्रमुख अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ बैठक आयोजित की है। PMC की कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. कल्पना बलीवंत, ने चिकित्सा कर्मियों से इस विषय पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया है क्योंकि जिका वायरस गर्भवती महिलाओं में माइक्रोसेफली और न्यूरोलॉजिकल जटिलताओं का कारण बन सकता है।

केंद्रीय सरकार की गाइडलाइन्स

केंद्रीय सरकार ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को निर्देशित करें कि गर्भवती महिलाओं की जिका वायरस संक्रमण के लिए स्क्रीनिंग करें और सकारात्मक परीक्षण वाली गर्भवती महिलाओं के भ्रूण के विकास की निगरानी करें। PMC द्वारा जोन 3 और 4 में निगरानी गतिविधियों को बढ़ाया गया है, जिसमें वारजे, करवे नगर, सिंहगड रोड और हड़पसर शामिल हैं।

अस्पतालों और नागरिकों की जिम्मेदारी

कुछ अस्पतालों और बड़े सहकारी आवासीय समितियों में प्रजनन स्थलों का पता लगाया गया है और नोटिस जारी किए गए हैं। PMC के सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. राजेश दिघे ने नागरिकों से अपील की है कि वे पानी के बर्तन और एयर कूलरों को खाली रखें और अपने घरों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों की निगरानी करें। PMC की स्वास्थ्य टीमों ने 246 घरों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों की पहचान की है और कम से कम 82 नोटिस जारी किए हैं, जिसमें उल्लंघनकर्ताओं से 66,800 रुपये का जुर्माना वसूला गया है।

यह महत्वपूर्ण है कि सभी नागरिक PMC के इन निर्देशों का पालन करें ताकि इस रोग के प्रसार को रोका जा सके। ज़ीका वायरस से बचाव के लिए हमें जागरूक रहना होगा और अपने आसपास सफाई बनाए रखनी होगी। शहर के सभी हिस्सों में स्वच्छता अभियान चलाना अभी की सबसे बड़ी जरूरत है। यह सुनिश्चित करना होगा कि कहीं भी पानी जमा न होने पाए और कोई भी मच्छरों का प्रजनन स्थल न बने। स्वास्थ्य विभाग की ये कोशिशें तभी सफल होंगी जब सभी नागरिक मिल-जुल कर इस महामारी का मुकाबला करेंगे।