एडिलेड में भारत की हार के पीछे के चार मुख्य कारण

एडिलेड टेस्ट में भारत की हार के कारण
एडिलेड पिंक-बॉल टेस्ट में भारत की 10 विकेट की हार ने भारतीय टीम की कुछ महत्वपूर्ण कमियों को उजागर किया और यह बोरडर-गावस्कर ट्रॉफी के संदर्भ में एक निर्णायक मोड़ साबित हुआ। भारत की हार के पीछे चार प्रमुख कारण थे।
1. शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी का पतन: भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप दोनों पारियों में 200 रन के आंकड़े को पार करने में विफल रही। अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली (23.75 सीरीज औसत) और रोहित शर्मा (6.20 सीरीज औसत) अपने शुरुआती योगदान को प्रभावित स्कोरों में बदलने में विफल रहे। युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल, जिन्होंने दूसरी पारी में 84 रन बनाए, पर भी गलतियों का दबाव पड़ा जब उन्होंने कैच छोड़े।
2. स्कॉट बोलैंड की घातक गेंदबाजी: ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने पिंक बॉल की स्विंग का भरपूर फायदा उठाया और भारतीय बल्लेबाजों को विफल कर दिया। उनकी सटीकता और तेज गति से गेंदबाजी करने की क्षमता ने भारतीय बल्लेबाजी को तोड़ दिया।
3. नेतृत्व और चयन की अस्थिरता: कप्तानी में बदलाव और टीम के चयन में अस्थिरता भी हार का कारण बनी। रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारत की स्थिति अस्थिर रही, जबकि जसप्रीत बुमराह के नेतृत्व में टीम ने और भी बेहतर प्रदर्शन किया। अनुभवहीन कप्तानी और गलत रणनीतिक निर्णयों के कारण टीम का प्रदर्शन कमजोर पड़ा।
4. रणनीतिक त्रुटियां: भारतीय टीम की रणनीति में कमी के कारण ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ट्रैविस हेड के 140 रन का फायदा मिला। भारतीय गेंदबाज पुरानी गेंद से 4.27 रन प्रति ओवर तक गए, जबकि ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने 159 रन देकर 14 विकेट लिए। रोहित शर्मा की रक्षात्मक रणनीति ने भारतीय टीम की स्थिति को और भी बिगाड़ दिया।
भारत की एडिलेड में हार के साथ ही मेलबर्न और सिडनी में हुए मुकाबलों में मिली हार ने भारत की 3-1 की सीरीज समाप्ति को चिन्हित किया, जिससे भारत की बोरडर-गावस्कर ट्रॉफी पर 10 साल की बादशाहत समाप्त हो गई।