Euro 2024 गोल्डन बूट: हैरी केन, डानी ओलमो और अन्य 6 विजेताओं की कहानी
जुल॰, 16 2024Euro 2024 गोल्डन बूट: हैरी केन और डानी ओलमो का शानदार प्रदर्शन
Euro 2024 ने फुटबॉल के प्रशंसकों को रोमांचित करने वाले कई रोमांचक क्षणों को देखा। लेकिन सबसे रहस्यमय और प्रेरणादायक कहानी रही है गोल्डन बूट की, जिसे छह अलग-अलग खिलाड़ियों ने साझा किया। एक लंबा सफर तय करके, इंग्लैंड के हैरी केन और स्पेन के डानी ओलमो ने टूर्नामेंट में तीन-तीन गोल किए, जो उन्हें कुछ अद्वितीय खिलाड़ियों की सूची में शामिल करता है।
गोल्डन बूट विजेता
हैरी केन ने अपने उत्कृष्ट फुटबॉल कौशल और दृढ़ संकल्प के साथ एक बार फिर प्रशंसा अर्जित की। वे यूरोपीय और विश्व मंच पर इंग्लैंड के दूसरे खिलाड़ी बन गए जिन्होंने गोल्डन बूट जीता है। पहली बार ऐसा ऑलन शीयर ने Euro '96 में किया था। दूसरी ओर, डानी ओलमो ने स्पेन के लिए महत्वपूर्ण गोल किए और उनकी तकनीकी क्षमता ने उन्हें विशेष रूप से उभराया। इन दोनों के अलावा, नीदरलैंड्स के कोडी गाक्पो, जॉर्जिया के जॉर्ज मिकाउटेज़, जर्मनी के जमाल मुसियाला और स्लोवाकिया के इवान श्रांज़ ने भी इस शानदार उपलब्धि को साझा किया।
नीतिगत बदलाव
इस बार UEFA ने एक महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव किया, जहां पहले गोल्डन बूट सबसे अधिक असिस्ट करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता था अगर कई खिलाड़ी एक ही गोल संख्या के साथ बंधे होते थे। यह बदलाव खिलाड़ियों और प्रशंसकों के लिए समान रूप से एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें सभी का प्रदर्शन समान रूप से महत्व दिया गया।
अतीत की झलक
यह पहली बार नहीं है जब गोल्डन बूट साझा हुआ हो। अंतिम बार Euro 2012 में, तीन खिलाड़ियों ने तीन-तीन गोल किए थे: स्पेन के फर्नांडो टोरेस, जर्मनी के मारियो गोमेज़ और रूस के ऐलन डी़ज़ागोव। ये खिलाड़ियों की अप्रत्याशित प्रतिस्पर्धा और उच्च स्तर के खेल को दर्शाता है।
हैरी केन का सफर
हैरी केन के लिए, यह एक सुनहरे अवसर की तरह रहा। उन्होंने न केवल यूरो में बल्कि विश्व कप में भी गोल्डन बूट जीता है। इस उपलब्धि ने उन्हें इतिहास में अमर कर दिया, क्योंकि अब वह तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने दोनों प्रमुख टूर्नामेंटों में यह पुरस्कार जीता है। उनसे पहले यह केवल वेलेंटिन इवानोव (सोवियत संघ) और द्राजान जेर्कोविच (युगोस्लाविया) ने किया था।
स्पेन की विजय
इस प्रतियोगिता का फाइनल स्पेन और इंग्लैंड के बीच हुआ, जिसमें स्पेन ने 2-1 से जीत हासिल की। हालांकि केन और ओलमो फाइनल में कोई और गोल नहीं कर सके, परंतु उनके प्रदर्शन ने टूर्नामेंट के दौरान निस्संदेह दिलों को जीता। भविष्य में ये खिलाड़ी और क