ईरान-हेज़बोल्लाह के हमले से आज नए चरण में प्रवेश कर सकता है इज़राइल युद्ध

ईरान-हेज़बोल्लाह के हमले से आज नए चरण में प्रवेश कर सकता है इज़राइल युद्ध अग॰, 5 2024

ईरान-हेज़बोल्लाह के हमले से आज नए चरण में प्रवेश कर सकता है इज़राइल युद्ध

इज़राइल और ईरान के बीच चल रहा वर्षों पुराना संघर्ष अब नए मोड़ पर खड़ा है। जुलाई 31 को हुए हमास के प्रमुख नेता इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद, ईरान और उसके सहयोगी संगठन हेज़बोल्लाह ने इज़राइल के प्रति अपने प्रतिशोध की घोषणा की है। इज़राइल और उसके पड़ोसियों के बीच तनावपूर्ण माहौल अब खतरे की घड़ी की ओर बढ़ रहा है।

संघर्ष की पृष्ठभूमि

यह विवाद एक लंबा इतिहास रखता है, जिसमें इज़राइल और हमास के बीच लगातार जंग होती आई है। हानियेह की हत्या ने इस आग में और ईंधन का काम किया है। ऐतिहासिक दृष्टि से देखा जाए तो, दोनों पक्षों के बीच पहले भी कई बार संघर्ष हुए हैं, मगर इस बार की स्थिति अधिक तनावपूर्ण और अस्थिर है।

ईरान और हेज़बोल्लाह का प्रतिशोध

इस्माइल हानियेह के मारे जाने के बाद, ईरान और हेज़बोल्लाह दोनों ने इज़राइल के खिलाफ 'कठोर बदला' लेने की बात कही है। ईरान सरकार ने इसे 'सीधा हमला' करार दिया है और अपनी सेना को तैयार रहने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि हेज़बोल्लाह ने भी अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ाई हैं और इज़राइल की सेना पर हमले की तैयारी कर रहा है।

डिप्लोमैटिक प्रयासों की असफलता

संघर्ष और तनाव को कम करने के लिए विभिन्न डिप्लोमैटिक प्रयास किए गए, लेकिन अब तक कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा है। अन्य देशों के नेताओं ने भी स्थिति को संभालने के लिए विभिन्न माध्यमों से बातचीत की, मगर ईरान और इज़राइल के बीच के विरोधाभासों ने चीजों को और जटिल बना दिया है।

स्थिति की गंभीरता

वर्तमान में स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण बनी हुई है। दोनों पक्ष अपने-अपने सैनिकों को तैयार कर रहे हैं और किसी भी वक्त सैन्य कारवाई संभव हो सकती है। इज़राइल ने भी अपने डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कर दिया है और सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी है। वहीं ईरान और हेज़बोल्लाह की तरफ से आने वाले खतरे ने स्थिति को और भयावह बना दिया है।

भविष्यवाणियां और संभावनाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष दोनों देशों के बीच और बढ़ सकता है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा हो सकता है। इस संघर्ष का सबसे बड़ा असर आम जनता पर पड़ने वाला है, जिनके जीवन पर यह संकट छाया हुआ है।

निष्कर्ष

इज़राइल और ईरान के बीच चल रहा यह संघर्ष कब और कैसे रुकेगा, यह कहना मुश्किल है। जनता की चिंताओं और क्षेत्रीय सुरक्षा की महत्वपूर्णता को ध्यान में रखते हुए, इस मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना आवश्यक है। मगर फिलहाल, स्थिति बेहद गंभीर और अस्थिर बनी हुई है, जिसमें कोई भी छोटी गलती बड़े पैमाने पर विनाशकारी हो सकती है।