Lokah Chapter 1: Chandra – भारत की पहली महिला‑सुपरहीरो फ़िल्म ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्ध

अगर आप इस साल की सबसे रोचक फ़िल्मों की लिस्ट बनाते तो Lokah Chapter 1 ज़रूर ऊपर होते। ये फिल्म सिर्फ एक एक्शन पैकेज नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा की एक नई राह है — जहां पहली बार महिला‑सुपरहीरो को नायक बनाया गया है। निर्देशक डोमिनिक अरुण, जो पहले री‑इमैजिनेशन‑फ़ॉर्मेट के साथ काम करते दिखे थे, ने इस प्रोजेक्ट को एकदम दिल से तैयार किया।
कहानी: बेंगलुरु में आई रहस्यमयी चंद्रा
फ़िल्म की शुरुआत होती है जब चंद्रा (कालयनी प्रीधरशन) बेंगलुरु के एक पुराने अपार्टमेंट में आती है, और उसका पासा‑पड़ोसी सन्य (नसलन) उससे जुड़ जाता है। सन्य सिर्फ़ एक साधारण युवा नहीं है; उसकी ज़िन्दगी बहुत ही सामान्य है, पर चंद्रा के रहस्य उसके ऊपर बारिश की तरह बरसते हैं। जैसे ही वह समझती है कि उसके भीतर असाधारण शक्ति है — उड़ना, तेज़ी से प्रतिक्रिया, और कुछ रहस्यमय ऊर्जा‑प्रबंधन — कहानी मोड़ लेती है।
कहानी में शहरी जीवन की रोज़मर्रा की टेंशन के साथ‑साथ कोरियन‑शैली के मिथक और लोक‑कहानी को भी बुनते हैं। चंद्रा के संघर्ष, उसका अतीत, और फिर भी वह अपने नए शहर में बुराइयों के खिलाफ़ लड़ती है — यह सब हमें एक नए सुपरहीरो के किरदार में दिखता है, जो वैरासर्य नहीं बल्कि अपने शहर के लोगों के दिलों में उतरता है।

तकनीकी जादू और पर्दे के पीछे की मेहनत
फ़िल्म को देख कर पता चलता है कि तकनीकी टीम ने कितनी मेहनत की है। छायाचित्रकार निमिश रवि ने बेंगलुरु की गली‑गली को एक नाज़ुक लाइट‑प्लेस्टाइल में कैद किया, जिससे दर्शकों को ऐसा लगता है जैसे वह ख़ुद ही कहानी की गलियों में चल रही हों। एडिटिंग के लिए चामन चक्को ने तेज़‑तेज़ कट और सस्पेंस के साथ पेस को बनाए रखा, जबकि जेकस बजॉय का साउंडट्रैक हर एक एक्शन सीन को अधिक जीवंत बनाता है।
हालांकि फ़िल्म 1.90:1 एस्पेक्ट रेशियो में रिलीज़ हुई है, जो कुछ स्क्रीन पर बॉक्स लेटर। लेकिन इसको इमैक्स और फ्लैट स्क्रीन में जाँचकर देखना वाकई मज़ेदार है — क्योंकि फॉर्मेट की वजह से इमेज के किनारे थोड़ा कच्चे लगते हैं, पर कहानी की गहराई किसी को भी नहीं छोड़ती।
एक बात बताने वाली है कि प्रोडक्शन हाउस वेयरफ़ेर फ़िल्म्स ने इस सीन में बहुत ही बड़े बजट का प्रयोग किया। जॉम वरघेस ने एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के तौर पर इस प्रोजेक्ट को इतना सॉलिड बनाया कि फिल्म के हर एक फ्रेम में एक स्मरणीय फील आया। प्रोड्यूसर दुल्कर सलमान ने OTT रिलीज़ को टालते हुए फैंस को थिएटर में ही फ़िल्म का आनंद लेने का आग्रह किया, जिससे दर्शकों की भरोसा और फिल्म की बॉक्स ऑफिस क्षमता दोनों बढ़ी।
फिल्म के सीज़र में दर्शकों को ऐसा महसूस हुआ जैसे वह एक नई सिरीज़ की शुरुआत देख रहे हों। चंद्रा के अंडरडॉग-हीरोइस्म, उसकी शक्ति की खोज, और आखिर में बुराई का सामना — ये सब ऐसे मोमेंट्स हैं जो हमें अगली भाग का इंतज़ार करवाते हैं। दुल्कर ने कहा है कि चंद्रा के बाद के भाग जल्द ही आएंगे, जिससे यह फ्रैंचाइज़़ एक सम्पूर्ण सुपरहीरो यूनिवर्स बन सकती है।
समग्र रूप से, Lokah Chapter 1: Chandra सिर्फ़ एक फ़िल्म नहीं, बल्कि एक सामाजिक बयाल है। यह महिलाओं को नायक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, खासकर भारतीय सिनेमा में जहां पहले पुरुष हीरो का ही राज था। अगर आप इस वीकेंड थियेटर में कुछ नया, रोमांचक और प्रेरणादायक देखना चाहते हैं, तो चंद्रा कि कहानी को मिस नहीं करना चाहिए।