शक्तिकांत दास बने पीएम मोदी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी-2, आर्थिक चुनौतियों का समाधान

शक्तिकांत दास बने पीएम मोदी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी-2, आर्थिक चुनौतियों का समाधान मार्च, 4 2025

प्रधानमंत्री कार्यालय में एक ऐतिहासिक कदम के तहत पूर्व भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, शक्तिकांत दास, को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी-2 के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नयी नियुक्ति 22 फरवरी 2025 को हुई है और यह भूमिका प्रधानमंत्री के साथ सह-अवधि में होगी। इस कदम के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के ऑफिस में अब दो प्रिंसिपल सेक्रेटरी होंगे, जहाँ दास मौजूदा प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा के साथ काम करेंगे।

शक्तिकांत दास, 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी, ने दिसंबर 2024 तक आरबीआई के गवर्नर के रूप में अपनी सेवा दी। उन्होंने वित्तीय बाजारों को स्थिर करने, नकदी संकट का प्रबंधन करने और बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों का मार्गदर्शन करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। विशेष रूप से, उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान आर्थिक पुनर्स्थापन के लिए असामान्य नीतियों का उपयोग किया।

दास ने वित्त मंत्रालय में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जहाँ उन्होंने 2016 में नोटबंदी के प्रयासों का नेतृत्व किया और गुड्स और सर्विस टैक्स (GST) के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब देश को वैश्विक व्यापार तनाव, घटती मूल्य्स्वरुपी, और आर्थिक मंदी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

विश्लेषकों का मानना है कि दास की फिस्कल और मॉनेटरी पॉलिसी की अद्वितीय समझ उन्हें इन चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाती है। उनका करियर अंतर्राष्ट्रीय फोरम जैसे G20 और IMF में भारत का प्रतिनिधित्व भी शामिल है। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है।

हालांकि, विपक्षी पार्टियों ने इस नियुक्ति के राजनीतिक प्रेरणाओं पर सवाल उठाए हैं, लेकिन व्यापक रूप से यह प्रयास सरकार और आरबीआई की नीतियों को आर्थिक वृद्धि के लिए संरेखित करने की एक रणनीतिक चाल के रूप में देखा जा रहा है। दास का 42 वर्षों का राज्य व केंद्र सरकार में अनुभव उन्हें इस नई जिम्मेदारी के लिए योग्य बनाता है।