प्रीपेड और पोस्टपेड क्या है? अंतर, उपयोग और आपके लिए सही विकल्प
जब आप एक नया मोबाइल प्लान लेते हैं, तो आपके सामने दो विकल्प होते हैं: प्रीपेड, एक ऐसा सिस्टम जहाँ आप पहले पैसे भरते हैं और फिर उपयोग करते हैं या पोस्टपेड, एक ऐसा सिस्टम जहाँ आप पहले उपयोग करते हैं और बाद में बिल चुकाते हैं। ये दोनों अलग-अलग तरीके से काम करते हैं, और आपकी ज़रूरतों के हिसाब से एक आपके लिए बेहतर हो सकता है।
प्रीपेड में आप अपने बैलेंस के हिसाब से बात करते हैं। अगर आपका बैलेंस खत्म हो गया, तो आपका कॉल या इंटरनेट बंद हो जाता है। इसमें आप जितना चाहें, उतना खर्च कर सकते हैं। इसके लिए कोई बिल नहीं आता, न कोई जुर्माना। वहीं पोस्टपेड में आपको हर महीने एक बिल आता है, जिसमें आपकी बातचीत, डेटा और एसएमएस का खर्च शामिल होता है। अगर आप ज़्यादा उपयोग कर लेते हैं, तो बिल बढ़ जाता है। इसलिए पोस्टपेड ज्यादातर ऐसे लोगों के लिए अच्छा होता है जो हर दिन ज़्यादा कॉल या इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं।
प्रीपेड का फायदा ये है कि आपको कभी बिल के लिए चिंता नहीं करनी पड़ती। आप जब चाहें, तब टॉपअप कर सकते हैं — 10 रुपये का भी, 500 रुपये का भी। ये बच्चों, छात्रों या जिन्हें खर्च पर नियंत्रण रखना हो, उनके लिए बहुत उपयुक्त है। पोस्टपेड में आपको अक्सर बेहतर डेटा प्लान, फ्री बुकिंग और कस्टमर सपोर्ट मिलता है। अगर आपका फोन काम के लिए ज़रूरी है, तो पोस्टपेड आपको बेहतर सुविधाएँ दे सकता है।
कुछ लोग ये सोचते हैं कि पोस्टपेड में बिल बहुत ज़्यादा आ जाता है। ये सच भी है, अगर आप नियंत्रण नहीं रखते। लेकिन अगर आप अपने इस्तेमाल को ट्रैक करते हैं और अतिरिक्त डेटा या कॉल के लिए ऑप्शन बंद रखते हैं, तो ये बिल आसानी से कंट्रोल में रहता है। अगर आप बहुत ज़्यादा फोन यूज़ करते हैं, तो पोस्टपेड का रेट आपके लिए कम हो सकता है।
आज के टेलीकॉम बाजार में दोनों के बीच का अंतर धीरे-धीरे कम हो रहा है। कई प्रीपेड प्लान अब अच्छे डेटा और अनलिमिटेड कॉल देते हैं। वहीं, कुछ पोस्टपेड प्लान भी अब बिना बिल के डेटा टॉपअप की सुविधा देते हैं। लेकिन फिर भी, बुनियादी अंतर वही रहता है — आप पहले भरते हैं या बाद में।
अगर आप अपने फोन के इस्तेमाल को ट्रैक करना चाहते हैं, तो प्रीपेड आपके लिए बेहतर है। अगर आप अक्सर बातचीत करते हैं, इंटरनेट चलाते हैं और बिल के लिए चिंता नहीं करना चाहते, तो पोस्टपेड आपके लिए बेहतर रहेगा। आपको अपनी आदतों को देखना होगा — कितना आप बात करते हैं, कितना इंटरनेट चलाते हैं, और क्या आप बिल के लिए चिंतित होते हैं। इसके बाद ही आप फैसला कर सकते हैं।
नीचे आपको ऐसे ही कई अपडेट्स और टिप्स मिलेंगे जो आपको अपना मोबाइल प्लान सही तरीके से चुनने में मदद करेंगे।
रिलायंस जिओ ने दाम बढ़ाए: 3 जुलाई से नए प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान लागू
रिलायंस जिओ ने 3 जुलाई से प्रभावी होने वाली 12-25% की टैरिफ वृद्धि की घोषणा की है। सबसे सक्रिय 28 दिनों की वैधता वाले प्लान में 1.5 जीबी डेटा प्रतिदिन के लिए सबसे ज्यादा वृद्धि देखी गई है। विश्लेषकों ने इसे भविष्य की वृद्घि की दिशा में एक अच्छा कदम बताया है। इससे कंपनी को लाभ होगा।