बचत उत्सव: मोदी ने 12 लाख तक आयकर मुक्त और नई GST सुधार घोषणा की

आयकर राहत का विस्तृत विवरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिपोर्टर और नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि अब 12 लाख रुपये तक की आय वाले नागरिकों को आयकर नहीं देना पड़ेगा। इस कदम से लगभग 6 करोड़ मध्यम वर्गीय परिवारों को प्रतिवर्ष अनुमानित 1.8 लाख रुपये की बचत होगी। सरकार ने बताया कि यह राहत अब तक की सबसे बड़ी व्यक्तिगत कर राहत है और इसका उद्देश्य परिवार के खर्चों को हल्का करना, बचत को बढ़ावा देना और उपभोक्ता खर्च में उत्थान लाना है।
मोदी ने यह भी कहा कि इस राय में ‘नागरिक देवोभाव’ की भावना प्रतिबिंबित है, जहाँ सरकार नागरिक की आर्थिक सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। आयकर में यह छूट ‘बचत उत्सव’ के पहले चरण के रूप में देखी जा रही है, जो आर्थिक मंदी के समय में जनविश्वास को मजबूत करने का एक रणनीतिक कदम है।
नया GST सुधार और इसका आर्थिक असर
GST दरों में की गई नई कटौती से उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा। गृह निर्माण, टीवी, फ्रिज, मोटरसाइकिल, स्कूटर, कार और होटल बुकिंग पर अब कम कर दरें लागू हुई हैं। उदाहरण के तौर पर, होटल के चवाग संदर्भ में GST को 12% से घटाकर 8% कर दिया गया, जिससे पर्यटन और व्यापारिक यात्रा सस्ती हुई।
व्यापारी वर्ग ने इस बदलाव को स्वागत किया है; कई शहरों में दुकानों के बाहर ‘पहले-के-बाद-की कीमत’ के बोर्ड लगाकर ग्राहकों को नई कीमतें दिखा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह नई नीति छोटे एवं मध्यम उद्यमियों को नकदी प्रवाह को बेहतर बनाने, इन्वेंट्री को स्थिर रखने और उपभोक्ताओं को अधिक आकर्षित करने में मदद करेगी।
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि GST में इस कटौती से भारतीय उत्पादों की प्रतिस्पर्धा शक्ति में इज़ाफ़ा होगा। क्योंकि अब निर्माताओं को कम कर के बोझ से उत्पादन लागत घटेगी और वस्तुएँ कम कीमत पर बाजार में आएँगी। यह पहल वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीतियों के बीच भारतीय उद्योग को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सरकार ने कहा कि आयकर में छूट और GST सुधार को मिलाकर कुल राष्ट्रीय बचत 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है। यह अनुमान विभिन्न टैक्स कैलकुलेटर और आर्थिक मॉडलिंग पर आधारित है, जो पहले ही कई राजकोषीय योजनाओं के लिए अतिरिक्त संसाधन मुहैया करा देगा।
नवीडिया (Navratri) के शुभ अवसर पर इस घोषणा ने राजनीतिक और आर्थिक दोनों स्तरों पर उत्साह उत्पन्न किया है। कई नागरिकों ने सामाजिक नेटवर्क पर इस ‘बचत उत्सव’ के लिए मोदी सरकार की प्रशंसा की, जबकि कुछ राजनैतिक विश्लेषकों ने कहा कि यह कदम मध्य वर्ग की बड़ी आशाओं को साकार करने में मददगार होगा।