Mahindra Thar Roxx 2025: नया Mocha Grey इंटीरियर, कीलेस एंट्री और बेहतर फीचर्स बिना कीमत बढ़े

Mahindra Thar Roxx 2025: नया Mocha Grey इंटीरियर, कीलेस एंट्री और बेहतर फीचर्स बिना कीमत बढ़े सित॰, 9 2025

सफेद इंटीरियर दिखने में प्रीमियम लगता है, लेकिन भारतीय धूल-मिट्टी और रोज़मर्रा के इस्तेमाल में उसे साफ रखना मुश्किल पड़ता है। यही वजह है कि Mahindra Thar Roxx के 2025 अपडेट में कंपनी ने 4x2 वेरिएंट्स में पहले दिए जा रहे आइवरी (व्हाइट) थीम को हटाकर नया Mocha Grey थीम ला दिया है। यह बदलाव सीधा-सीधा ग्राहक फीडबैक पर आधारित है—लाइट कलर जल्दी दाग पकड़ता है और यूज़र्स को मेंटेन करना भारी पड़ता है। ग्रे थीम देखने में सटल है, और प्रैक्टिकल भी।

क्या नया है: इंटीरियर और फीचर अपडेट

महिंद्रा ने 4x4 वेरिएंट्स में पहले से Mocha Brown शेड दिया हुआ था, जो ऑफ-रोडिंग और आउटडोर-हैवी यूज़र्स के लिए ज्यादा टिकाऊ माना जाता है। अब 4x2 लाइन-अप में Mocha Grey के आने से पूरी रेंज का अपील और भी एक जैसा हो गया है। डार्क टोन सीट्स और डोर-पैनल पर रोज़मर्रा के दाग-धब्बे कम दिखते हैं, और बार-बार डीप-क्लीनिंग की ज़रूरत भी नहीं पड़ती। शहर में डेली ड्राइव करने वाले और फैमिली-यूज़र्स के लिए यह बदलाव काफी मायने रखता है।

इंटीरियर थीम के अलावा 2025 मॉडल ईयर में तीन अहम सुविधा फीचर्स जोड़े गए हैं, जो अनुभव को रोज़मर्रा की जिंदगी में तुरंत बेहतर बनाते हैं:

  • कीलेस एंट्री: अब डोर हैंडल में रिक्वेस्ट सेंसर दिए गए हैं। की-फोब जेब में रहे तो भी हैंडल पर बटन दबाते ही कार लॉक/अनलॉक हो जाती है। भीड़भाड़ वाली पार्किंग या शॉपिंग के बाद वापसी पर यह फीचर बेहद काम आता है।
  • स्लाइडिंग को-ड्राइवर आर्मरेस्ट: पहले स्लाइडिंग फंक्शन सिर्फ ड्राइवर साइड पर था। अब सामने दोनों यात्रियों को फोर-एंड-आफ्ट एडजस्टमेंट मिलती है, जिससे लम्बी ड्राइव पर कंधों और कलाई पर दबाव कम होता है।
  • एयरोडायनामिक वाइपर्स: नए एयरो-ट्विन स्टाइल वाइपर्स हाई-स्पीड पर कम शोर करते हैं और वाइपिंग पर्फॉर्मेंस बेहतर देते हैं। हाईवे पर बारिश में या तेज हवा में यह फर्क साफ महसूस होगा।

कीलेस एंट्री जैसे फीचर्स पर अक्सर लगता है कि यह सिर्फ प्रीमियम टच के लिए हैं, लेकिन रोज़मर्रा में ये सेकंड्स बचाते हैं—हाथ में सामान हो, बच्चे साथ हों या बारिश हो रही हो—फोब निकालने की झंझट नहीं रहती। स्लाइडिंग आर्मरेस्ट की बात करें तो लंबी यात्रा में सही पोजिशनिंग गर्दन और कंधों के दर्द को कम करती है, खास कर तब जब आगे बैठा यात्री नेविगेशन, लैपटॉप बैग या बोतल के साथ जगह मैनेज कर रहा हो।

वाइपर्स का अपडेट सुनने में छोटा लगता है, पर एयरोडायनामिक डिज़ाइन का फायदा सीधे विज़िबिलिटी और एनवीएच (Noise, Vibration, Harshness) पर आता है। ब्लेड विंडशील्ड पर ज्यादा समान दबाव बनाते हैं, जिससे स्ट्रिकिंग कम होती है और खड़खड़ाहट घटती है। मॉनसून या धूलभरी आंधी में साफ दृश्यता ही सेफ्टी की पहली शर्त है।

कंपनी ने बताया है कि नया ग्रे इंटीरियर और अपडेटेड फीचर्स वाले मॉडल देशभर की डीलरशिप तक पहुंचने लगे हैं। अच्छी बात यह है कि महिंद्रा ने कीमतें नहीं बढ़ाईं—Thar Roxx 12.99 लाख से 23.09 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच पहले जैसी ही कीमतों पर मिल रही है। बढ़ती इनपुट कॉस्ट और नए पार्ट्स के बावजूद प्राइस होल्ड करना ब्रैंड के वैल्यू-फोकस्ड अप्रोच को दिखाता है।

थीम चॉइसेज़ अब कुछ स्पष्ट हैं: 4x2 वेरिएंट्स में नया Mocha Grey, जबकि 4x4 वेरिएंट्स में Beige और Mocha Brown—दो ऑप्शंस। जिन लोगों को डार्क-टोन की प्रैक्टिकैलिटी चाहिए, उनके लिए Mocha Grey और Mocha Brown दोनों बेहतर हैं; वहीं Beige उन खरीदारों को पसंद आता है जिन्हें केबिन में ज्यादा खुलापन और ब्राइट लुक चाहिए।

इंटीरियर की बात चल रही है, तो एक छोटा टिप: डार्क थीम होने के बावजूद समय-समय पर वैक्यूम क्लीन, माइक्रोफाइबर क्लॉथ और पीएच-न्यूट्रल क्लीनर से वाइप-डाउन कर लेना केबिन की फिनिश को लंबे समय तक अच्छा रखता है। सीटों पर सनबर्न और फेडिंग से बचाने के लिए शेडेड पार्किंग या सनशेड भी मददगार है।

वैरिएंट्स, फीचर-पैक केबिन, सेफ्टी और मार्केट संदर्भ

Thar Roxx छह वेरिएंट्स—MX1, MX3, MX5, AX3 L, AX5 L और AX7 L—में आती है और 2WD तथा 4WD दोनों कॉन्फ़िगरेशन उपलब्ध हैं। वेरिएंट लैंडस्केप इस तरह सेट है कि एंट्री-लेवल में जरूरी फीचर्स मिलते हैं, और जैसे-जैसे आप ऊपर जाते हैं, प्रीमियम और टेक-लोडेड एमेंनिटीज़ जुड़ती जाती हैं। 2WD शहर और हाईवे-केंद्रित यूज़र्स के लिए सेन्सिबल है, जबकि 4WD उन लोगों के लिए जो विकेंड पर ट्रेल्स या ऑफ-रोडिंग का प्लान बनाते रहते हैं।

फीचर लिस्ट पहले से काफी भरपूर है—10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट (वायरलेस Apple CarPlay/Android Auto), 10.25-इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, पैनोरमिक सनरूफ, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, 9-स्पीकर Harman Kardon साउंड सिस्टम, वायरलेस चार्जर और पावर्ड ड्राइवर सीट। टेक-ओरिएंटेड खरीदारों के लिए यह पैकेज रोज़मर्रा की ड्राइव को काफी अपस्केल फील कराता है।

सेफ्टी मोर्चे पर भी सेटअप मजबूत है—360-डिग्री कैमरा, लेवल-2 ADAS, छह एयरबैग, ABS के साथ EBD, हिल-होल्ड असिस्ट, पार्किंग सेंसर और ऑटो-होल्ड के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक। ADAS जैसी टेक्नोलॉजी आमतौर पर एडाप्टिव क्रूज़, लेन-संबंधी असिस्ट और फ्रंट कोलिजन-वार्निंग जैसे फीचर्स के जरिए थकान को कम करती है और मानव-त्रुटि की गुंजाइश घटाती है। 360-डिग्री कैमरा तंग पार्किंग में कार के चारों ओर बेहतर दृश्यता देता है—नए ड्राइवर्स के लिए यह सबसे काम की चीज़ों में से एक है।

बाजार के लिहाज से यह अपडेट दिलचस्प है। बिना कीमत बढ़ाए इंटीरियर का बड़ा बदलाव और तीन प्रैक्टिकल फीचर्स जोड़ना, उस ग्राहक को टारगेट करता है जो वैल्यू के साथ ‘ईज़ ऑफ ओनरशिप’ ढूंढ़ रहा है। भारत में कारों का इस्तेमाल अक्सर फैमिली और वीकडे कम्यूट—दोनों रोल में होता है। ऐसे में कीलेस एंट्री, बेहतर वाइपर्स और ज्यादा एर्गोनॉमिक आर्मरेस्ट जैसे छोटे-छोटे सुधार रोज़ाना के अनुभव में बड़ा फर्क डालते हैं।

कई खरीदार 2WD और 4WD के बीच उलझते हैं। आसान तरीका क्या है? अगर आपका चलना ज्यादातर शहर, हाइवे और occasional खराब सड़कों पर है—2WD पर्याप्त है और मेंटेन करना भी थोड़ा सस्ता पड़ता है। अगर आप रिवरबेड, कीचड़, स्नो ट्रेल्स या रेतीले इलाके जैसे कठिन रास्तों पर जाना चाहते हैं—4WD का फायदा साफ मिलेगा। इंटीरियर थीम के हिसाब से, आउटडोर-हैवी लाइफस्टाइल वाले यूज़र्स के लिए डार्क टोन ज्यादा टिकाऊ साबित होता है।

डीलरशिप पर अपडेटेड कारें पहुंचना शुरू हो गया है, तो अगर आप खरीदने का सोच रहे हैं, टेस्ट-ड्राइव में कुछ चीज़ें ज़रूर चेक करें—कीलेस एंट्री की रिस्पॉन्सिवनेस, आर्मरेस्ट की स्लाइड रेंज, हाईवे क्रूज़ पर वाइपर्स का शोर, और डिजिटल डिस्प्ले की रीडेबिलिटी। केबिन में अपनी ड्राइविंग पोजिशन सेट करके देखें—स्टीयरिंग रीच/रेक, सीट हाइट, और पेडल पोजिशनिंग आपको लंबी ड्राइव के लिए कितना सूट करती है।

इंटीरियर कलर-शिफ्ट का एक सामाजिक एंगल भी है—भारत के टियर-2/टियर-3 शहरों और छोटे कस्बों में धूलकण, पक्की न होने वाली सड़कें और अचानक मौसम बदलने की समस्या आम है। ऐसे वातावरण में लाइट-टोन अपहोल्स्ट्री जल्दी फीकी और दागदार दिखती है। Mocha Grey और Mocha Brown जैसे टोन न सिर्फ इन कंडीशंस में ज़्यादा सूटेबल हैं, बल्कि रीसेल के वक्त भी केबिन ‘ताज़ा’ लगता है, जो वैल्यू पर असर डालता है।

यूज़र-फीडबैक को सीधे प्रोडक्ट में उतारना कंपनियों के लिए आसान नहीं होता। सप्लाई-चेन, पार्ट्स सोर्सिंग और क्वालिटी वैलिडेशन के कई स्टेप्स से गुजरना पड़ता है। यहां महिंद्रा ने इंटीरियर कलर को री-कैलिब्रेट करके और छोटे पर असरदार फीचर्स जोड़कर यह दिखाया है कि वह ओनरशिप एक्सपीरियंस को फाइन-ट्यून करने के लिए तैयार है—ठीक वहीं, जहां रोज़ाना के इस्तेमाल में फर्क पड़ता है।

आने वाले महीनों में इस अपडेट का असर सेल्स मिक्स पर दिख सकता है—संभावना है कि 4x2 वेरिएंट्स में Mocha Grey की डिमांड बढ़े, जबकि 4x4 खरीदार Beige बनाम Mocha Brown के बीच लाइफस्टाइल और इस्तेमाल के हिसाब से चुनाव करें। अभी के लिए, जो भी Thar Roxx लेने का सोच रहे हैं, उनके पास बिना एक्स्ट्रा खर्च किए ज्यादा प्रैक्टिकल केबिन और अधिक सहूलियतें हैं—यह डील अच्छी लगने की वजह यही है।