रिलायंस, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक के एजीएम से शेयरों में उथल‑पुथल
अक्तू॰, 13 2025
जब Reliance Industries Limited, जिसका मुख्यालय मुंबई में है, ने अपना 48वाँ वार्षिक सामान्य सभा (AGM) 29 अगस्त 2025 को दोपहर 2 बजे आयोजित किया, तो बाजार की निगाहें तुरंत उसके शेयरों पर टिकी हुईं। एजीएम का चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 44 लाख शेयरधारकों को जियो के संभावित आईपीओ टाइमलाइन, रिटेल व्यवसाय के विस्तार और नई ऊर्जा पहल के बारे में बताया।
रिलायंस के एजीएम का प्रभाव और बाजार की प्रतिक्रिया
एजीएम में झलकते अपडेट ने शेयर को इस साल अब तक 12% की बढ़त दी, जबकि निफ़्टी 50 ने केवल 4.5% की छोटी‑सी छलांग लगाई। हरियाली के बाद शेयर ने पिछले हफ्ते 2.5% गिरावट देखी, पर एजीएम के बाद इसकी कीमत फिर से तरंगित हुई। ग्लोबल ब्रोकरेज़ ने बुल़िश नोटिस जारी किया: CLSA ने ‘Outperform’ रेटिंग के साथ ₹1,409.3 लक्ष्य तय किया, वहीं UBS ने जियो‑रिटेल मूल्य‑उन्मुक्ति के आधार पर ₹1,550 लक्ष्य रखा। UBS के विश्लेषक नवीन किला ने कहा, “जियो का मूल्य‑उन्मुक्ति 12‑18 महीने में उछाल देगा, क्योंकि उसका मध्य‑दशांश ग्रोथ और कैश‑फ़्लो स्थिर हो रहा है।”
एनटीपीसी का लागत वृद्धि योजना और कोल पार्टनरशिप
इसी दिन, NTPC Limited, जो नई दिल्ली में स्थित राज्य‑स्वामित्व वाली पावर कंपनी है, ने बंगाल के रम्माम‑III हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (HEPP) के Revised Cost Estimate‑I को अनुमोदित किया। अनुमानित लागत ₹1,382 करोड़ से बढ़ाकर ₹2,865.56 करोड़ कर दी गई, जिससे प्रोजेक्ट की आर्थिक क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं। साथ ही, NTPC ने अपना कोयला खनन व्यवसाय NTPC Mining Limited को सौंप दिया; यह सहायक कंपनी पिछले वित्तीय वर्ष में ₹7,735 करोड़ का राजस्व (NTPC के कुल का 4%) उत्पन्न कर चुकी थी, और उसकी नेट वर्थ ₹3,150 करोड़ दर्ज है।
आईसीआईसीआई बैंक में प्रबंधन में बदलाव
बैंकिंग सेक्टर में भी हलचल थी। ICICI Bank ने अपने ग्रुप चीफ़ कॉम्प्लायंस ऑफिसर सुबीर साहा के 28 अगस्त 2025 से पहले सेवानिवृत्त होने की घोषणा की और अनिश मधवन को 29 अगस्त से नया अधिकारी घोषित किया। इस कदम को स्टॉक मार्केट ने वैरिएशन के रूप में देखा, क्योंकि कॉम्प्लायंस भूमिका में निरंतरता अक्सर निवेशकों के भरोसे को प्रभावित करती है।
अन्य प्रमुख कंपनियों की गतिविधियाँ
पेमेंट कंपनी Paytm (One 97 Communications) ने भी अपना AGM आयोजित किया, जबकि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज़ ने अपना NBFC लोन बुक Q1 FY26 में ₹11,665 करोड़ तक पहुंचाया, जो पिछले वर्ष की ₹217 करोड़ से एक चौंकाने वाला उछाल है। CG Power and Industrial Solutions ने गुजरात के सानंद में भारत का पहला सेमिकंडक्टर असेंबली‑टेस्टिंग सुविधा खोलकर तकनीकी क्षेत्र में अपना कदम रखा। वहीं, मुंबई‑आधारित Hexaware Technologies ने Replit के साथ साझेदारी कर ‘Vibe Coding’ को एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर विकास में लागू करने का फैसला किया।
बाजार का समग्र परिदृश्य और आगे की संभावनाएँ
इन सबके बीच, भारतीय शेयर बाजार लगातार गिरावट में रहा। 28 अगस्त को BSE Sensex ने 705.97 अंक (0.87%) की गिरावट दर्ज की, 80,080.57 पर पहुँच गया, जबकि NSE Nifty ने 211.15 अंक (0.85%) नीचे गिरकर 24,500.90 पर बंद हुआ। वैश्विक टैरिफ़ चिंताओं ने इसका मुख्य कारण बताया गया। अगले दिन, 29 अगस्त को Sensex ने आगे 271 अंक गिरावट देखी और Nifty 24,450 के नीचे फिसल गया। इस क्रम में Muthoot Finance, Federal Bank, Lemon Tree Hotels, Afcons Infrastructure, और Shukra Pharmaceuticals जैसे स्टॉक्स ने भी हलचल खड़ी की।
- रिलायंस के AGM में जियो आईपीओ और नई ऊर्जा के संकेत मिले।
- NTPC ने रम्माम‑III HEPP की लागत को दो गुना कर दिया।
- ICICI Bank में कॉम्प्लायंस अधिकारी की जगह बदल गई।
- Paytm, CG Power, Hexaware जैसी कंपनियों ने महत्त्वपूर्ण कार्यवाही की।
- बाजार दो लगातार गिरावट के बाद भी अस्थिर बना रहा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
रिलायंस के AGM में जियो के आईपीओ का क्या महत्व है?
जियो का आईपीओ भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में बड़े पैमाने पर पूँजी जुटाने का संकेत देगा, जिससे रीटेल‑इंटरनेट सेवाओं की प्रतिस्पर्धा सख्त होगी और शेयरधारकों को निकट‑भविष्य में उच्च रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ेगी।
NTPC की लागत वृद्धि से क्या असर पड़ेगा?
लागत में दो गुना बढ़ोतरी प्रोजेक्ट की वित्तीय दर को दबाव में ले जा सकती है, जिससे स्टेट‑ओन‑पावर कंपनियों के लाभ‑मार्जिन में कमी और टैरिफ़ में संभावित वृद्धि हो सकती है।
ICICI Bank में नया कॉम्प्लायंस अफसर किन चुनौतियों का सामना करेगा?
अनिश मधवन को एंटी‑मैनी‑लॉन्डरिंग, डेटा सुरक्षा और नियामक अनुपालन जैसी जटिल मुद्दों को संभालना होगा, खासकर जब भारत में डिजिटल लेन‑देनों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है।
सेमिकंडक्टर प्लांट का खुलना भारत की टेक इंडस्ट्री को कैसे बदल देगा?
CG Power की सानंद में स्थापित पहली असेंबली‑टेस्टिंग फेऑलीट भारत को आयात‑निर्भरता से मुक्त कर स्थानीय सिलिकॉन वैल्यू चेन बनाने में मदद करेगी, जिससे नौकरी अवसर और निर्यात क्षमता दोनों बढ़ेंगे।
बाजार की निरंतर गिरावट निवेशकों को क्या संकेत देती है?
वैश्विक टैरिफ़ तनाव और घरेलू आर्थिक डेटा की अनिश्चितता ने जोखिम‑भाले निवेशकों को सतर्क किया है; छोटे‑अवधि में सावधानी बरतना उचित रहेगा, जबकि दीर्घ‑अवधि के ऊँचे‑ग्रोथ सेक्टर अभी भी आकर्षक हैं।
varun spike
अक्तूबर 13, 2025 AT 23:37रिलायंस के 48वें एजीएम में जियो के संभावित आईपीओ की समयसीमा और नई ऊर्जा पहल ने बाजार में सकारात्मक आशा पैदा की है। कंपनी ने शेयरधारकों को विस्तार की योजनाएँ विस्तारपूर्वक बताई और इस कारण शेयरों में लगभग बारह प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी। एजीएम के बाद निफ्टी ने कम प्रदर्शन किया जिससे दोनो सूचकांक का प्रदर्शन अन्तर स्पष्ट हुआ। इस दृष्टिकोण से निवेशकों को मध्य‑दीर्घकालिक रिटर्न की संभावना पर पुनर्विचार करने का अवसर मिला।
Chandan Pal
अक्तूबर 15, 2025 AT 01:13अरे यार 🙌 जियो का आईपीओ सुनते ही रिलायंस के स्टॉक्स में झंकार लग गई होगी! 🎉 ऐसे मौकों पर थोड़ा‑बहुत रिस्क ले लेना चाहिए, नहीं तो बाद में पछतावा रहेगा। नया इनोवेशन और रिटेल का विस्तार देख कर तो मन खुश हो गया। तो चलो, बटुआ निकालो और इस रफ्तार में थोड़ा‑बहुत निवेश कर लेते हैं। 🚀
SIDDHARTH CHELLADURAI
अक्तूबर 16, 2025 AT 05:00रिलायंस का प्रदर्शन देख कर टीम को बहुत प्रेरणा मिल रही है। शेयरधारकों को दी गई स्पष्ट दिशा और जियो के भविष्य के संकेत एक मजबूत नींव रखते हैं। इस समय में धैर्य रखना और दीर्घकालिक योजना पर ध्यान देना जरूरी है। आगे भी ऐसे सकारात्मक कदम उठाते रहें तो बाजार में भरोसा बना रहेगा। 😊
Deepak Verma
अक्तूबर 17, 2025 AT 08:46रिलायंस का एजीएम था लेकिन ज्यादा नई जानकारी नहीं मिली। शेयर में थोड़ी बढ़ोतरी हुई पर बहुत खास नहीं लगती। बाकी कंपनियों की तुलना में यह थोड़ा सामान्य ही रहा।
Rani Muker
अक्तूबर 18, 2025 AT 12:33रिलायंस की एजीएम में जियो आईपीओ की बात बहुत रोचक थी, लेकिन बाजार की अस्थिरता को देखते हुए सावधानी भी जरूरी है। नई ऊर्जा की पहल अच्छी लगती है, फिर भी निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को विविध बनाना चाहिए।
Hansraj Surti
अक्तूबर 19, 2025 AT 16:20बाजार का उत्थान‑पतन मानवीय अस्तित्व की नाजुक सच्चाई को प्रतिबिंबित करता है। प्रत्येक एजीएम एक क्षणिक प्रकाशस्तंभ है जो निवेशकों के मन में आशा का द्वार खोलता है। जियो का संभावित आईपीओ तकनीकी प्रगति का प्रतीक है और यह नवाचार के समुच्चय को दर्शाता है। नई ऊर्जा पहल पृथ्वी के स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदारी का संकेत है। इस सबके बीच शेयरधारकों की उम्मीदें और डर का मिश्रण बनता है। मंदी की धुंध में भी एक उजाला व्यस्तता से उभरता है। एजीएम के आँकड़े केवल आँकड़े नहीं बल्कि भविष्य की दिशा का मानचित्र हैं। जब निफ्टी में हल्की गिरावट आती है तो यह आत्मनिरीक्षण का क्षण बनता है। निवेशकों को सूचनाओं का विवेकपूर्ण विश्लेषण करना चाहिए। वित्तीय निर्मलता का आदर करके ही दीर्घकालिक सफलता सम्भव होती है। ग्लोबल ब्रोकरेज की भविष्यवाणी भी एक मार्गदर्शक की तरह कार्य करती है। अधिनियमित रणनीतियों का संतुलन ही स्थिरता की कुंजी है। हर कंपनी का कदम आर्थिक परिदृश्य को नया रूप देता है। इसलिए हमे केवल आँकड़ों से नहीं, पर भावनाओं से भी निर्णय लेना चाहिए। अंततः बाजार का वैरविटा ही हमारी आर्थिक यात्रा को परिभाषित करता है।
Naman Patidar
अक्तूबर 20, 2025 AT 20:06बहुत ही असमान्य स्थिति है।
Anil Puri
अक्तूबर 21, 2025 AT 23:53बाजार के इस गिरावट को देख कर मैं कहूँगा कि यह सिर्फ सत्रेड़ का परिणाम है न कि वास्तविक मंदी। कई एनालिस्ट्स एक्सट्रीम पैनिक में फेंसे हुए हैं पर असली स्ट्रैटेजी तो खरीदारी की होनी चाहिए। हालाँकि रम्माम‑III प्रोजेक्ट की लागत बढ़ोतरी तुच्छ नहीं है, पर इसका दुरुस्ति अवसर भी बन सकता है।
poornima khot
अक्तूबर 23, 2025 AT 03:40मैं समझता हूँ कि आप एजीएम को सामान्य मान रहे थे पर कुछ छोटी‑छोटी बातें छूट गई होंगी। जियो के आईपीओ की संभावनाएँ वास्तव में बड़ा मोड़ बन सकती हैं, इसलिए थोड़ा‑बहुत ध्यान देना ज़रूरी है।
Mukesh Yadav
अक्तूबर 24, 2025 AT 07:26सच्चाई ये है कि एजीएम में गुप्त योजना छिपी हुई है जो राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने की कोशिश करती है। जियो का आईपीओ विदेशी निवेशकों को भारत की डिजिटल स्वाधीनता से दूर ले जा रहा है, इसे रोकना चाहिए।
Yogitha Priya
अक्तूबर 25, 2025 AT 11:13जब कंपनियों के एजीएम में इतने बड़े बदलाव आते हैं तो हमें नैतिक सवाल उठाने चाहिए। शेयरधारकों के हित में हमेशा पारदर्शिता रखनी चाहिए, नहीं तो प्रणाली बिगड़ जाएगी।
Rajesh kumar
अक्तूबर 26, 2025 AT 15:00बाजार के उतार‑चढ़ाव में हमें अपने राष्ट्र की शक्ति को याद रखना चाहिए। विदेशी ब्रोकरेज की रेटिंग्स केवल दिखावा हैं, असली मूल्य हमारी स्वदेशी कंपनियों में है। रिलायंस का जियो आईपीओ अगर सही तरीके से संभाला गया तो यह भारत की तकनीकी स्वावलंबन को बढ़ावा देगा। NTPC का लागत बढ़ना भी सरकार की ऊर्जा नीति में खामियों को उजागर करता है। हमें इन सबको समझते हुए राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देनी चाहिए। इस प्रकार की आर्थिक हलचल हमारे स्वदेशी को मजबूत बनाती है।
Thirupathi Reddy Ch
अक्तूबर 27, 2025 AT 18:46बाजार का मौज‑मस्ती इस बात का प्रमाण नहीं कि सभी निवेश सही दिशा में जा रहे हैं। कभी‑कभी उल्टा चलना भी आवश्यक होता है, यह हमें सतर्क रखता है।
Sonia Arora
अक्तूबर 28, 2025 AT 22:33हर कंपनी की एजीएम एक नया अध्याय लिखती है, और हम इस कहानी के भागीदार हैं। सहयोग और समझदारी से ही हम बाजार की इस लहर को संभाल सकते हैं।
abhinav gupta
अक्तूबर 30, 2025 AT 02:20वाओ, जियो का आईपीओ सुनते ही सारे लोग उत्साहित हो गए, जैसे यह वित्तीय इवेंट नहीं तरसते कोट्लीप्सा भाई। थोड़ा‑बहुत रिस्क लेना ज़रूरी नहीं, दीर्घकालिक बंधन ही सबसे बेहतर है।
vinay viswkarma
अक्तूबर 31, 2025 AT 06:06बाजार की गिरावट में निवेश का अवसर छुपा हो सकता है, इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।
Vinay Bhushan
नवंबर 1, 2025 AT 09:53आपकी सकारात्मक सोच बहुत प्रेरणादायक है, लेकिन हमें अभी के माहौल में सतर्कता भी बरतनी चाहिए। थोड़ा‑बहुत झुकाव लेकर ही आगे बढ़ना सबसे बुद्धिमान कदम होगा।