आयकर छूट – क्या है, कैसे बचें और कौन‑से विकल्प मदद करेंगे?

जब हम आयकर छूट, वित्तीय वर्ष में कर योग्य आय को घटाने के लिये उपलब्ध वैध राहत. Also known as टैक्स डिडक्शन, it करदाता की बचत बढ़ाने और वित्तीय लक्ष्य साधने में अहम भूमिका निभाती है.

इस छूट को समझने से पहले आयकर, वर्षाना आय पर सरकार द्वारा लगाया गया कर की बुनियादी प्रकृति देखनी चाहिए। जब आय पर आयकर लागू होता है, तब सरकार कुछ वर्गों की आय को घटाकर कर की गणना आसान बनाती है – यही टैक्स बचत का मूल सिद्धान्त है। सेक्शन 80C, सिविल और वैकल्पिक निवेशों पर सबसे लोकप्रिय आयकर छूट का प्रावधान इन बचतों को व्यवस्थित रूप से लागू करने का मुख्य तरीका है। साथ ही निवेश योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, एलएलपी, इक्विटी फंड आदि जैसे उपकरण को चुन‑छन कर आप आयकर छूट को अपनी आय में से 1.5 लाख रुपए तक घटा सकते हैं।

आयकर छूट के प्रमुख विकल्प और उनका प्रभाव

आइए तीन प्रमुख विकल्पों पर नज़र डालें – जीवन बीमा प्रीमियम, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और इक्विटी‑लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS)। जीवन बीमा प्रीमियम को सेक्शन 80D, स्वास्थ्य बीमा पर अतिरिक्त छूट के तहत भी आयकर छूट मिलती है, जिससे दो‑पहिया लाभ मिलते हैं। PPF की सालाना निवेश सीमा 1.5 लाख है और यह 7‑8% के स्थिर रिटर्न के साथ आयकर मुक्त रहता है। ELSS, जो 12 महीनों के लॉक‑इन के साथ आता है, सेक्शन 80C की छूट देता हुए संभावित उच्च रिटर्न भी लाता है। इन विकल्पों को मिलाकर आप अपने टैक्स प्लान को लचीला बना सकते हैं और साथ‑साथ भविष्य के लिये पूँजी भी बनाते हैं।

एक और जरूरी बात – आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने का समय। जब आप अपने निर्धारित समय में ITR फाइल करते हैं, तो सरकार की डिजिटल सुविधाएँ आपको छूट की गणना और दावा करने में मदद करती हैं। देर से दाखिल करने पर जुर्माना लग सकता है, इसलिए सही दस्तावेज़ जैसे फॉर्म 16, निवेश प्रमाण पत्र और बीमा पॉलिसी का संग्रह पहले ही तैयार रखें। इस प्रक्रिया को समझना, यानी आयकर रिटर्न, वित्तीय वर्ष की आय और छूट की जानकारी को ऑनलाइन पत्रिका में भरना, आपका समय बचाता है और छूट को अधिकतम करता है।

अब जबकि हमने आयकर छूट, आयकर, टैक्स बचत, सेक्शन 80C और निवेश योजनाओं के बीच के संबंधों को स्पष्ट कर दिया है, आप अपने वित्तीय लक्ष्य के लिये एक स्पष्ट रास्ता देख सकते हैं। चाहे आप पहली बार टैक्स फाइल कर रहे हों या अनुभवी करदाता, इन विकल्पों को सही क्रम में लगाकर आप अपनी कर देनदारी को घटा सकते हैं और बची हुई रक़म को अन्‍य निवेश में लगा सकते हैं। नीचे हम जो लेखों की सूची दे रहे हैं, वह इसी दिशा में आपका मार्गदर्शन करेंगे – हर पोस्ट में एक विशेष योजना, नियम या टिप होगी, जिससे आप अपनी आयकर छूट को अधिकतम कर सकें।

बचत उत्सव: मोदी ने 12 लाख तक आयकर मुक्त और नई GST सुधार घोषणा की
बचत उत्सव: मोदी ने 12 लाख तक आयकर मुक्त और नई GST सुधार घोषणा की

21 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय प्रसारण में आयकर में 12 लाख तक छूट और GST दरों में कटौती की घोषणा की। यह दोहरे लाभ को 'बचत उत्सव' कहा गया, जिससे भारत के मध्य वर्ग को 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत का अनुमान है। नई नीति घर, गाड़ी, यात्रा और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे खर्चों को सस्ता बनाती है और भारतीय निर्माताओं को प्रोत्साहन देती है।