निशाद यूसुफ: भारतीय क्रिकेट में नए नाम और उनकी कहानियाँ
निशाद यूसुफ एक ऐसा नाम है जो अभी तक बड़े मैदानों पर नहीं चमका, लेकिन उसकी बात अब धीरे-धीरे खेल के दरवाज़ों में फैल रही है। निशाद यूसुफ, भारत के एक युवा ऑलराउंडर जिन्हें घरेलू क्रिकेट में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में शानदार प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। ये खिलाड़ी बिना बड़े मीडिया शोर के, अपने काम से अपनी जगह बना रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी की शैली तेज़ गेंदों के खिलाफ आत्मविश्वास से भरी है, और ऑफ-स्पिन की गेंदों के साथ वे बल्लेबाज़ों को उलझाते हैं। ये दोनों कौशल एक आधुनिक टी20 खिलाड़ी के लिए बहुत कीमती हैं।
निशाद यूसुफ के साथ जुड़ा एक बड़ा ट्रेंड है — भारतीय क्रिकेट में अब बड़े शहरों के बजाय छोटे शहरों और गाँवों से निकल रहे खिलाड़ियों को जगह मिल रही है। उनका स्टाइल और निर्माण उनकी जड़ों को दर्शाता है। उनकी बल्लेबाजी में वही ज़मीनी ताकत है जो राजस्थान, बिहार या उत्तर प्रदेश के छोटे मैदानों में पले-बढ़े खिलाड़ियों में होती है। इसी तरह, उनकी गेंदबाजी की तकनीक में बिना किसी बड़े अकादमी के, अपने आप से सीखा गया अनुभव झलकता है। ऐसे खिलाड़ियों को अब टीम चुनने वाले देख रहे हैं, खासकर जब बड़े नामों की चोट या फॉर्म में गिरावट होती है।
जब भी कोई टूर्नामेंट आता है — चाहे वो टी20 विश्व कप, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सबसे तेज़ और सबसे ज़ोरदार फॉर्मेट, जहाँ युवा खिलाड़ियों को तुरंत चांस मिलता है हो या आईपीएल — निशाद जैसे खिलाड़ियों के नाम उठने लगते हैं। उनके लिए ये सिर्फ़ एक मौका नहीं, बल्कि एक ज़िम्मेदारी है। वो दिखाना चाहते हैं कि भारत के खेल में अब बस बड़े शहरों के खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि वो भी बन सकते हैं जो अपने घर के पिच पर अकेले गेंदबाज़ी करते हैं। उनकी कहानी अभी लिखी जा रही है। आप जिन खबरों को नीचे पढ़ेंगे, वो सब उसी तरह के नए नामों की बात करती हैं — जो चुपचाप, लेकिन ज़ोर से आगे बढ़ रहे हैं।
मलयालम फिल्म एडिटिंग के महारथी निशाद यूसुफ का आकस्मिक निधन
निशाद यूसुफ, जो मलयालम सिनेमा के प्रतिष्ठित फिल्म संपादक थे, का कोच्चि स्थित उनके अपार्टमेंट में आकस्मिक निधन हो गया। 43 वर्षीय निशाद की मौत का कारण अभी तक ज्ञात नहीं है, मगर पुलिस को आत्महत्या का संदेह है। निशाद ने 'थल्लुमाला', 'कंगुवा', 'उंडा' सहित कई प्रसिद्ध फिल्मों का संपादन किया था। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री उनके अप्रत्याशित निधन से सदमे में है।