स्टीपलचेज: क्रिकेट में इस तकनीक का असली मतलब और खिलाड़ियों की जीत पर असर
स्टीपलचेज एक ऐसी गेंदबाजी तकनीक है जो आधुनिक क्रिकेट के बदलते रूप का हिस्सा बन गई है। स्टीपलचेज, एक तरह की लंबी और तेज़ गेंदबाजी जो बल्लेबाज को बाहर निकालने के लिए उसकी बॉडी लाइन और लेंथ का फायदा उठाती है। ये गेंद बल्लेबाज के बॉडी के पास आती है, जिससे वो या तो बाहर निकल जाता है या फिर डर के कारण गलत शॉट खेल देता है। इस तकनीक को जब कोई गेंदबाज सही तरीके से फेंकता है, तो वो टी20 विश्व कप जैसे बड़े मैचों में भी बदलाव ला सकता है।
ये तकनीक खासकर उन गेंदबाजों के लिए काम आती है जो लंबे होते हैं और ज़ोर से गेंद फेंक पाते हैं। जैसे कि काइल जेमिसन, जिन्होंने इसी तरह की गेंदों से न्यूज़ीलैंड की टीम को बहुत फायदा दिया। जब वो चोटिल हो गए, तो टीम की गेंदबाजी में खालीपन महसूस हुआ। इसी तरह, अकेल होसिन ने टी20 विश्व कप में पाँच विकेट लेकर दिखाया कि स्टीपलचेज के साथ स्पिन भी काम कर सकता है। ये तकनीक सिर्फ तेज़ गेंदबाजों के लिए नहीं, बल्कि उन गेंदबाजों के लिए भी जरूरी है जो बल्लेबाज को बाहर निकालने के लिए उसकी आदतों का इस्तेमाल करते हैं।
क्यों स्टीपलचेज आज के क्रिकेट में इतना जरूरी है?
आज के क्रिकेट में बल्लेबाज ज्यादा आक्रामक हो गए हैं। वो जल्दी रन बनाना चाहते हैं। लेकिन जब एक गेंद उनके बॉडी के पास आती है, तो वो डर जाते हैं। इसीलिए टीमें अब ऐसे गेंदबाज चाहती हैं जो स्टीपलचेज के साथ एक्स्ट्रा लेंथ और स्पीड जोड़ सकें। इसी वजह से भारत की महिला टीम ने आयरिश के खिलाफ 370/5 का रिकॉर्ड बनाया — उनके गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को बाहर निकालने के लिए इसी तरह की गेंदों का इस्तेमाल किया। नश्रा संधु ने पाकिस्तान के खिलाफ 6 विकेट लेकर भी यही तकनीक का इस्तेमाल किया। ये सिर्फ एक गेंद नहीं, बल्कि एक रणनीति है।
अगर आप टी20 विश्व कप या ओडीआई मैच देख रहे हैं, तो अगली बार ध्यान दीजिए — जब कोई गेंदबाज बल्लेबाज के बॉडी के पास गेंद फेंकता है, तो वो शायद स्टीपलचेज का इस्तेमाल कर रहा हो। ये तकनीक नए खिलाड़ियों के लिए बहुत जरूरी है, और अनुभवी खिलाड़ियों के लिए भी एक गोल्डन टूल। यहाँ आपको ऐसे ही मैचों के बारे में लेख मिलेंगे जहाँ इस तकनीक ने जीत या हार तय की है।
पेरिस ओलंपिक 2024: अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज फाइनल में बनाई जगह
भारत के अविनाश साबले ने पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बना ली है। सोमवार को हुए हीट में उन्होंने 8:15.43 की समयावधि के साथ पांचवां स्थान प्राप्त किया। उनकी इस उपलब्धि ने देश का मान बढ़ाया है। अब वह अन्य शीर्ष खिलाड़ियों के साथ फाइनल में मुकाबला करेंगे।