Zelensky ने कहा: युद्ध समाप्त होते ही इस्तीफा, शांति ही प्राथमिकता

Zelensky ने कहा: युद्ध समाप्त होते ही इस्तीफा, शांति ही प्राथमिकता सित॰, 26 2025

युद्ध समाप्ति के बाद पदत्याग का इरादा

युक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय साक्षात्कार में स्पष्ट किया कि रूस‑यूक्रेन संघर्ष के समाप्त होते ही वे चुने हुए पद से इस्तीफा दे देंगे। यह बयान 25 सितंबर 2025 को Axios में प्रकाशित एक इंटरव्यू से आया है, जहाँ उन्होंने कहा, "अगर हम रूसी से युद्ध ख़त्म कर लेते हैं, तो मैं दोबारा चुनाव लड़ने की योजना नहीं बनाऊँगा।" उनका कहना है कि उनका सबसे बड़ा उद्देश्य शांति लाना था, न कि सत्ता बनाए रखना।

इसी दौरान उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने इस कठिन समय में अपने देश के साथ होकर उसे सहायता करने को प्राथमिकता दी। उनका मानना है कि युद्ध के बाद ही युक्रेन को स्थायी शांति के लिए नई नेतृत्व की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि शांति‑समय की चुनौतियाँ अलग होती हैं।

शांति समझौता, स्थिर युद्धविराम और चुनाव की शर्तें

शांति समझौता, स्थिर युद्धविराम और चुनाव की शर्तें

ज़ेलेंस्की ने शांति समझौते की विस्तृत रूपरेखा पेश की। उनका मानना है कि एक "स्थिर और बहु‑मासिक" युद्धविराम के बाद संसद सुरक्षित रूप से राष्ट्रीय चुनाव आयोजित कर सकेगी। यह वार्ता अभी तक औपचारिक रूप नहीं ली गई है, पर राष्ट्रपति का कहना है कि इस अवधि में सुरक्षा परिस्थितियाँ सुधरनी चाहिए, जिससे नागरिकों को मतदान का भरोसा मिल सके।

संविधान के अनुसार, युद्ध के दौरान चुनाव आयोजित करना कठिन माना जाता है। इस कारण पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित कई आलोचकों ने चुनावों के लगातार विलंब को प्रश्नांकित किया। ज़ेलेंस्की ने कहा, "मैं शांति के बाद देश को नई दिशा देने के लिए एक नए मण्डल की चाह रखता हूँ।" उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका नेतृत्व केवल युद्ध‑समय के लिए था, और शांति‑समय में एक नई मण्डल की आवश्यकता होगी।

सुरक्षा स्थितियों के सुधार के साथ-साथ उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपेक्षा जताई है कि वे युक्रेन को दीर्घकालिक समर्थन प्रदान करें, ताकि चुनावी प्रक्रिया बिना किसी दबाव के सफल हो सके। यह समर्थन आर्थिक, सामाजिक और सुरक्षा पहलुओं में होना चाहिए।

रूसी सेना के खिलाफ लम्बी दूरी के हथियारों के प्रयोग को लेकर ज़ेलेंस्की ने भी बात की। उन्होंने कहा कि यूएस‑प्रदत्त लम्बी दूरी के हथियार उचित तरीके से उपयोग किए जा रहे हैं, और उनका लक्ष्य निरंकुश बड़ाई नहीं बल्कि सैनिक लक्ष्य पर केंद्रित है। "हम आतंकवादी नहीं हैं और नागरिकों को निशाना नहीं बनाते," उन्होंने कहा। इस पर उन्होंने बताया कि रूस ने ही इस संघर्ष को आरम्भ किया है, इसलिए नागरिकों के नुकसान के लिए उनकी ही जिम्मेदारी है।

रूसी नेतृत्व को चेतावनी देते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा, "अगर वे युद्ध नहीं रोकेंगे तो उन्हें ब bomb shelters की जरूरत पड़ेगी।" उन्होंने विशेष रूप से क्रेमलिन के कर्मचारियों को बमशेल्टर की पहचान करने की सलाह दी। यह संदेश स्पष्ट रूप से रूस के दफ़ा को तगड़ा करने की कोशिश है।

अंत में, ज़ेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक और मित्र देशों को यह आश्वासन दिया कि युक्रेन की संस्थागत संरचना युद्ध के दौरान भी स्थिर है। उनका मानना है कि शांति‑समय में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का सम्मान किया जाएगा, और जनता को नई दिशा चुनने का अधिकार मिलेगा। यह बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत चर्चा का कारण बना है, क्योंकि यह लोकतंत्र और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के बीच एक स्पष्ट अंतर दर्शाता है।