Venus Williams, 45, को US Open 2025 वाइल्ड कार्ड; 1981 के बाद सबसे उम्रदराज़ सिंगल्स खिलाड़ी बनेंगी

Venus Williams, 45, को US Open 2025 वाइल्ड कार्ड; 1981 के बाद सबसे उम्रदराज़ सिंगल्स खिलाड़ी बनेंगी अग॰, 26 2025

दो साल बाद कोर्ट पर वापसी

Venus Williams फिर न्यूयॉर्क के हार्ड कोर्ट पर दिखेंगी। 45 साल की यह अमेरिकी दिग्गज US Open 2025 के लिए सिंगल्स में वाइल्ड कार्ड से उतरेंगी। USTA ने घोषणा की कि इस बार वह 1981 के बाद टूर्नामेंट की सबसे उम्रदराज़ सिंगल्स खिलाड़ी होंगी। सिंगल्स मुकाबले 24 अगस्त से शुरू होंगे और वह मिक्स्ड डबल्स में भी वाइल्ड कार्ड से खेलेंगी। दो साल बाद ग्रैंड स्लैम में वापसी, और वह भी फ्लशिंग मीडोज़ में, अपने आप में बड़ा पल है।

वाइल्ड कार्ड का मतलब है कि रैंकिंग चाहे जो हो, टूर्नामेंट आयोजक किसी खिलाड़ी को सीधे मेन ड्रॉ में जगह देते हैं। US Open में ये जगहें सीमित होती हैं और अक्सर पूर्व चैंपियन, चोट के बाद लौट रहे खिलाड़ी या घरेलू टैलेंट को मिलती हैं। वीनस के लिए यह वाइल्ड कार्ड सिर्फ औपचारिक नहीं है; वह सिंगल्स और मिक्स्ड डबल्स दोनों खेलते हुए बेहद व्यस्त शेड्यूल झेलेंगी।

यह वापसी आसान नहीं रही। 2011 में उनके भीतर Sjogren's सिंड्रोम का पता चला था—ऑटोइम्यून स्थिति, जो थकान, जोड़ों में दर्द और रिकवरी को प्रभावित करती है। इसके साथ ही उन्हें यूटेरिन फाइब्रॉइड्स की जटिलताओं का भी सामना करना पड़ा। फिटनेस, फिजियो और ट्रेनिंग लोड मैनेजमेंट के सहारे उन्होंने करियर खिंचकर उस उम्र तक पहुंचाया है जहां ज्यादातर खिलाड़ी लंबे समय पहले रैकेट टांग चुके होते हैं।

फॉर्म के मोर्चे पर भी कहानी सीधी नहीं है। यूएस ओपन में उनकी आखिरी सिंगल्स जीत 2019 में आई थी, और 2017 में वह सेमीफाइनल तक पहुंची थीं। बीच के वर्षों में मैच प्रैक्टिस कम हुई, चोटें आईं और शेड्यूल सीमित रहा। फिर भी, उनका कहना रहा है कि प्रतिस्पर्धी बने रहना और उस स्तर पर खेल पाना ही अब अपने आप में एक उपलब्धि है—और यह बात उनके हर कदम में दिखती है।

मिक्स्ड डबल्स में उनका लक्ष्य साफ है। महिलाओं के डबल्स में वह 14 ग्रैंड स्लैम जीत चुकी हैं—सबकी साथी रही हैं उनकी छोटी बहन सेरेना। मिक्स्ड डबल्स में उनके खाते में दो मेजर हैं, लेकिन यूएस ओपन मिक्स्ड डबल्स का फाइनल अब तक नहीं खेल पाई हैं। इस बार वाइल्ड कार्ड के साथ वह उस खाली जगह को भरना चाहेंगी। सिंगल्स और मिक्स्ड दोनों खेलना तय करना बताता है कि वह अभी भी चुनौती के लिए तैयार हैं।

कोर्ट पर उनकी मौजूदगी का असर विरोधियों पर भी होता है। हाल के मुकाबलों में कई युवा खिलाड़ियों ने माना कि वीनस की सर्व अब भी तेज़ और भरोसेमंद है। अमेरिकी खिलाड़ी पेटन स्टर्न्स ने तो उनके खिलाफ एक मैच के बाद कहा था कि उनकी सर्व सचमुच on fire लगी और वापसी में a lot of guts दिखे। ऐसे कमेंट सिर्फ सम्मान नहीं, सर्किट में उनके असर का सबूत हैं।

यह उम्र वाला रिकॉर्ड भी चर्चा में है। 1981 में रेने रिचर्ड्स 47 की उम्र में यूएस ओपन सिंगल्स खेली थीं। उसके बाद से इतनी उम्र में किसी ने मेन सिंगल्स ड्रॉ में प्रवेश नहीं किया। खेल विज्ञान, रिकवरी टूल्स और पोषण ने एथलीटों के करियर बढ़ाए हैं, लेकिन 45 पर ग्रैंड स्लैम सिंगल्स खेलना अब भी बेहद दुर्लभ है। वीनस इस दूरी को पार करने की कोशिश कर रही हैं।

कोर्ट से बाहर भी उनकी विरासत बड़ी है। विम्बलडन और रोलां गैरों में समान इनामी राशि के लिए उनकी मुहिम याद की जाती है। 2007 में विम्बलडन ने बराबरी लागू की—उस बदलाव में उनका तर्क, लेख और दबाव निर्णायक माना गया। आज जो युवा खिलाड़ी बराबरी की इनामी राशि को सामान्य मानते हैं, उसके पीछे वर्षों की उनकी कोशिशें हैं।

अब सवाल यह है कि खेल के लिहाज से वह क्या बदलेंगी। हार्ड कोर्ट पर उनकी पहली सर्व, रिटर्न के बाद पहला स्ट्राइक और छोटे प्वॉइंट्स की रणनीति उन्हें सूट करती है। न्यूयॉर्क की उमस, रात की ओस और लंबी रैलियां उनके लिए जोखिम भी हैं। इसलिए उम्मीद रहेगी कि वह सर्विस गेम्स कसकर रखें, नेट पर मौके तलाशें और बेसलाइन से गैरज़रूरी दौड़ से बचें।

ड्रॉ के लिहाज से वाइल्ड कार्ड का मतलब है कि शुरुआती दौरों में ही किसी सिडेड खिलाड़ी से टक्कर हो सकती है। यूएस ओपन में नाइट सेशन का दबाव अलग है—टीवी, रोशनी, शोर—लेकिन वहीं वीनस ने अपने करियर में कई यादगार रातें खेली हैं। घर के दर्शक और परिचित माहौल उनके पक्ष में जा सकता है।

भावनात्मक पहलू भी कम अहम नहीं है। उनकी छोटी बहन सेरेना 2022 के बाद रिटायर हो चुकी हैं। यह पहला दौर है जब वीनस पूरी तरह अपनी रफ्तार से, अपने लक्ष्य चुनकर आगे बढ़ रही हैं। वह बार-बार कह चुकी हैं कि अब उनके लिए खेलना ही खास है—जितना संभव हो, उतना प्रतिस्पर्धी रहना और कोर्ट पर अपने तरीके से मैच खत्म करना।

USTA ने इसी सूची में 2022 यूएस ओपन सेमीफाइनलिस्ट कैरोलीन गार्सिया को भी वाइल्ड कार्ड दिया है। यह बताता है कि आयोजक इस बार अनुभव और वापसी की कहानियों पर दांव लगा रहे हैं। फिर भी, स्पॉटलाइट वीनस पर ही रहेगी—उनकी उम्र, रिकॉर्ड और करियर का असर कहानी को और बड़ा बनाता है।

वाइल्ड कार्ड का मतलब, पुराने रिकॉर्ड और नई चुनौती

वाइल्ड कार्ड का मतलब, पुराने रिकॉर्ड और नई चुनौती

फ्लशिंग मीडोज़ की तेज़ सतह और भारी गेंदों के साथ एक दिन में दो फॉर्मैट खेलना आसान नहीं है। सिंगल्स में तीन सेट का तनाव और मिक्स्ड में तेज़-तर्रार पॉइंट्स—रिकवरी मैनेजमेंट अहम होगा। मैचों के बीच आइस बाथ, स्ट्रेचिंग और पोषण की बारीकियां यहां नतीजे तय कर सकती हैं। वीनस का अनुभव यही है कि बड़े मंच पर रूटीन ही बड़ा हथियार बनता है।

तकनीकी तौर पर उनके टूलकिट में अभी भी वे चीजें हैं जो हर्ड कोर्ट पर चलती हैं—फ्लैट फोरहैंड, स्लाइस से रिद्म बिगाड़ना, और सबसे बढ़कर सर्विस वेरिएशन। रिटर्न गेम में शुरुआती कदम और गेंद पढ़ना महत्वपूर्ण होगा। लंबे रैलियों में झिझक नहीं, बल्कि स्मार्ट प्वॉइंट कंस्ट्रक्शन चाहिए—ऐसे पैटर्न जो चार-पांच शॉट में प्वॉइंट बंद कर दें।

अगर सब ठीक रहा तो उनके लिए पहला लक्ष्य होगा 2019 के बाद यूएस ओपन में सिंगल्स जीत का सूखा तोड़ना। दूसरा, मिक्स्ड डबल्स में वह फाइनल तक पहुंचने का प्रयास करेंगी—यह ऐसा मंच है जहां उन्होंने अभी तक न्यूयॉर्क में अपना सबसे अच्छा नतीजा नहीं देखा। इन दो अलग लक्ष्यों के साथ टूर्नामेंट पढ़ना, शेड्यूल और ऊर्जा का बाँटवारा सबसे मुश्किल काम होगा।

इस वापसी की टाइमलाइन और उनकी उपलब्धियां जल्दी समझने के लिए कुछ पड़ाव याद रखिए:

  • 2000: पहला यूएस ओपन सिंगल्स खिताब, समर हार्ड-कोर्ट स्विंग पर दबदबा।
  • 2001: लगातार दूसरा यूएस ओपन खिताब, न्यूयॉर्क के साथ खास रिश्ता पक्का।
  • 2011: Sjogren's सिंड्रोम का पता चला, करियर और शेड्यूल पर बड़ा असर।
  • 2017: यूएस ओपन सेमीफाइनल, बड़े मंच पर फिर दमदार उपस्थिति।
  • 2019: यूएस ओपन में आखिरी सिंगल्स जीत—इसके बाद सूखा।
  • 2025: US Open 2025 में सिंगल्स और मिक्स्ड डबल्स के लिए वाइल्ड कार्ड, टूर्नामेंट में 25वीं उपस्थिति।

न्यूयॉर्क इस तरह की कहानियां पसंद करता है—पुराने चैंपियन की वापसी, हॉल भरे हुए, रात के शोर के बीच बड़े पॉइंट्स। चाहे पहली गेंद से ही फॉर्म मिले या थोड़ा समय लगे, आंखें उनके हर सर्व, हर स्टेप पर टिकी रहेंगी। और यही तो खेल की खूबसूरती है—कभी-कभी एक वाइल्ड कार्ड, एक शहर और एक खिलाड़ी मिलकर सीजन की सबसे यादगार कहानी बना देते हैं।